इस लेख में, JMA Education आपको कंप्यूटर के विभिन्न प्रकार और उनकी विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानकारी देगा।
कम्प्यूटर के प्रकार (Types of Computer)
कम्प्यूटर को मुख्यत: तीन भागों में बाँटा गया है -1. आकार के आधार पर (Based on Size)
कंप्यूटर को आकार के आधार पर चार प्रकार के होते है
i. सुपर कंप्यूटर (Super Computer)
सुपर कंप्यूटर सबसे तेज और उच्च क्षमता वाले कंप्यूटर होते हैं। ये विशाल और जटिल गणनाओं को करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं और वैज्ञानिक शोध, मौसम की भविष्यवाणी, और अंतरिक्ष अनुसंधान जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में उपयोग किए जाते हैं।
मुख्य विशेषताएँ:
1. सुपर कंप्यूटर एक सेकंड में करोड़ों गणनाएँ कर सकते हैं।2. एक समय में कई उपयोगकर्ता सुपर कंप्यूटर पर काम कर सकते हैं।
3. सुपर कंप्यूटर का आकार बहुत बड़ा होता है, जिससे इन्हें रखने के लिए विशेष स्थान की आवश्यकता होती है।
4. इनकी कीमत बहुत अधिक होती है, जिससे इनका उपयोग विशिष्ट कार्यों के लिए किया जाता है।
नोट: विश्व का सबसे पहला सुपर कंप्यूटर "Cray - 1" था, जिसे 1979 में अमेरिका में बनाया गया था। भारत का पहला सुपर कंप्यूटर "परम (Param)" था, जिसे 1998 में बनाया गया था।
ii. मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer)
मेनफ्रेम कंप्यूटर बड़े, शक्तिशाली और उच्च क्षमता वाले कंप्यूटर होते हैं जो बड़े संगठनों में डेटा प्रोसेसिंग और बड़े पैमाने पर ट्रांजेक्शन्स को संभालने के लिए उपयोग किए जाते हैं। जिसका उपयोग सरकारी दफ्तर, बैंक, रेलवे, बड़ी प्राइवेट कंपनियाँ में होती थी।
2. मल्टी-यूजर क्षमता: एक समय में कई उपयोगकर्ता मेनफ्रेम कंप्यूटर पर काम कर सकते हैं।
3. उच्च मूल्य: इनकी कीमत अधिक होती है।
4. उच्च प्रोसेसिंग स्पीड: इनकी प्रोसेसिंग स्पीड और डेटा प्रोसेसिंग क्षमता बहुत अधिक होती है।
मुख्य विशेषताएँ:
1. बड़े आकार: मेनफ्रेम कंप्यूटर का आकार बड़ा होता है।2. मल्टी-यूजर क्षमता: एक समय में कई उपयोगकर्ता मेनफ्रेम कंप्यूटर पर काम कर सकते हैं।
3. उच्च मूल्य: इनकी कीमत अधिक होती है।
4. उच्च प्रोसेसिंग स्पीड: इनकी प्रोसेसिंग स्पीड और डेटा प्रोसेसिंग क्षमता बहुत अधिक होती है।
iii. मिनी कंप्यूटर (Mini Computer)
मिनी कंप्यूटर आकार में छोटे होते हैं और इन्हें विशेषकर छोटे व्यवसायों और कंपनियों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
2. मल्टी-यूजर क्षमता: एक समय में एक से अधिक व्यक्ति मिनी कंप्यूटर पर काम कर सकते हैं।
3. उच्च कीमत: इनकी कीमत माइक्रो कंप्यूटर से अधिक होती है।
4. अच्छी स्पीड: इनकी स्पीड और प्रोसेसिंग क्षमता बेहतर होती है।
मुख्य विशेषताएँ:
1. छोटा आकार: मिनी कंप्यूटर आकार में छोटे होते हैं।2. मल्टी-यूजर क्षमता: एक समय में एक से अधिक व्यक्ति मिनी कंप्यूटर पर काम कर सकते हैं।
3. उच्च कीमत: इनकी कीमत माइक्रो कंप्यूटर से अधिक होती है।
4. अच्छी स्पीड: इनकी स्पीड और प्रोसेसिंग क्षमता बेहतर होती है।
iv. माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer)
माइक्रो कंप्यूटर आकार में बहुत छोटे होते हैं और व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के व्यवसाय और चिकित्सा के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इन्हें आसानी से टेबल पर रखा जा सकता है और प्रयोग में लाया जा सकता है।
2. सिंगल-यूजर क्षमता: एक समय में केवल एक व्यक्ति माइक्रो कंप्यूटर पर काम कर सकता है।
3. कम कीमत: इनकी कीमत अन्य कंप्यूटरों की तुलना में कम होती है।
4. अच्छी स्पीड: इनकी स्पीड अन्य कंप्यूटरों के जैसी होती है।
मुख्य विशेषताएँ:
1. बहुत छोटा आकार: माइक्रो कंप्यूटर आकार में बहुत छोटे होते हैं।2. सिंगल-यूजर क्षमता: एक समय में केवल एक व्यक्ति माइक्रो कंप्यूटर पर काम कर सकता है।
3. कम कीमत: इनकी कीमत अन्य कंप्यूटरों की तुलना में कम होती है।
4. अच्छी स्पीड: इनकी स्पीड अन्य कंप्यूटरों के जैसी होती है।
2. उद्देश्य के आधार पर (Based on Purpose)
कंप्यूटर को उद्देश्य के आधार पर दो प्रकार के होते है -i. सामान्य उद्देशीय कम्प्यूटर (General Purpose Computer)
सामान्य उद्देशीय कंप्यूटर का प्रयोग विभिन्न सामान्य कार्यों के लिए किया जाता है। ये कंप्यूटर विभिन्न प्रकार के कामों को करने में सक्षम होते हैं और इन्हें विभिन्न कार्यों के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।
2. प्रिंटिंग का काम करना
3. सूचना पत्र तैयार करना
4. ईमेल भेजना और प्राप्त करना
5. वेब ब्राउज़िंग
6. ऑफिस संबंधित कार्य
2. आसान उपयोग: इन्हें उपयोग करना आसान होता है और सामान्य उपयोगकर्ता भी इन्हें आसानी से चला सकते हैं।
3. लचीलापन: विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर और एप्लिकेशन को समर्थन देते हैं।
मुख्य उपयोग:
1. डेटा तैयार करना2. प्रिंटिंग का काम करना
3. सूचना पत्र तैयार करना
4. ईमेल भेजना और प्राप्त करना
5. वेब ब्राउज़िंग
6. ऑफिस संबंधित कार्य
विशेषताएँ:
1. बहु-कार्य क्षमता: इन कंप्यूटरों का उपयोग विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए किया जा सकता है।2. आसान उपयोग: इन्हें उपयोग करना आसान होता है और सामान्य उपयोगकर्ता भी इन्हें आसानी से चला सकते हैं।
3. लचीलापन: विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर और एप्लिकेशन को समर्थन देते हैं।
ii. विशिष्ट उद्देशीय कम्प्यूटर (Specific Purpose Computer)
विशिष्ट उद्देशीय कंप्यूटर का प्रयोग विशेष प्रकार के कार्यों को करने के लिए किया जाता है। इन्हें किसी विशेष कार्य को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया जाता है और इनकी कार्यक्षमता उसी दिशा में होती है।
2. कृषि विज्ञान
3. इंजीनियरिंग
4. अंतरिक्ष अनुसंधान
5. मौसम विभाग
6. चिकित्सा संबंधित कार्य
1. विशिष्ट कार्य क्षमता: इन कंप्यूटरों का प्रयोग विशिष्ट कार्यों के लिए किया जाता है, जिससे उनकी कार्यक्षमता अधिक होती है।
2. उच्च दक्षता: ये कंप्यूटर विशेष कार्यों को बहुत ही कुशलता से करते हैं।
3. कस्टमाइज़ेशन: इन्हें विशेष आवश्यकताओं के अनुसार कस्टमाइज़ किया जा सकता है।
मुख्य उपयोग:
1. यातायात नियंत्रण2. कृषि विज्ञान
3. इंजीनियरिंग
4. अंतरिक्ष अनुसंधान
5. मौसम विभाग
6. चिकित्सा संबंधित कार्य
विशेषताएँ:
1. विशिष्ट कार्य क्षमता: इन कंप्यूटरों का प्रयोग विशिष्ट कार्यों के लिए किया जाता है, जिससे उनकी कार्यक्षमता अधिक होती है। 2. उच्च दक्षता: ये कंप्यूटर विशेष कार्यों को बहुत ही कुशलता से करते हैं।
3. कस्टमाइज़ेशन: इन्हें विशेष आवश्यकताओं के अनुसार कस्टमाइज़ किया जा सकता है।
अनुप्रयोग के आधार पर (Based on Application)
कंप्यूटर को अनुप्रयोग के आधार पर तीन प्रकार के होते है -
i. एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer)
एनालॉग कंप्यूटर भौतिक मात्राओं (जैसे दाब, तापमान, पारा, लम्बाई आदि) को मापकर उनके परिणाम को अंकों में व्यक्त करते हैं। ये कंप्यूटर निरंतर रूप में डेटा प्रोसेस करते हैं।
मुख्य उपयोग:
1. दाब मापने के लिए2. तापमान मापने के लिए
3. लंबाई मापने के लिए
विशेषताएँ:
1. निरंतर डेटा प्रोसेसिंग: ये कंप्यूटर निरंतर रूप में डेटा प्रोसेस करते हैं।2. भौतिक मात्राओं की माप: ये कंप्यूटर भौतिक मात्राओं की माप के लिए उपयोग किए जाते हैं।
ii. डिजिटल कंप्यूटर (Digital Computer):-
डिजिटल कंप्यूटर अंकों की गणना करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। आजकल के जितने भी कंप्यूटर होते हैं, वे सभी डिजिटल कंप्यूटर होते हैं। ये कंप्यूटर इनपुट डेटा या प्रोग्राम्स को 0 और 1 में परिवर्तित करके इन्हें इलेक्ट्रॉनिक रूप में प्रयोग करते हैं और उसका परिणाम हमें आउटपुट के रूप में मिलता है।
2. घर का बजट तैयार करना
3. व्यक्तिगत कार्य
2. डिजिटल प्रोसेसिंग: इनपुट डेटा को 0 और 1 में परिवर्तित करते हैं।
मुख्य उपयोग:
1. व्यापार संचालन2. घर का बजट तैयार करना
3. व्यक्तिगत कार्य
विशेषताएँ:
1. अंक गणना: ये कंप्यूटर अंकों की गणना करने में सक्षम होते हैं।2. डिजिटल प्रोसेसिंग: इनपुट डेटा को 0 और 1 में परिवर्तित करते हैं।
iii. हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid Computer):-
हाइब्रिड कंप्यूटर में एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर दोनों के गुण शामिल होते हैं। ये कंप्यूटर दोनों प्रकार के काम कर सकते हैं, जिससे वे और भी अधिक कुशल होते हैं।
2. औद्योगिक प्रक्रिया नियंत्रण
3. अनुसंधान प्रयोगशालाएँ
मुख्य उपयोग:
1. चिकित्सा उपकरण2. औद्योगिक प्रक्रिया नियंत्रण
3. अनुसंधान प्रयोगशालाएँ
विशेषताएँ:
1. एनालॉग और डिजिटल गुण: ये कंप्यूटर एनालॉग और डिजिटल दोनों प्रकार के कार्य कर सकते हैं।2. उच्च दक्षता: इनकी कार्यक्षमता अधिक होती है।
निष्कर्ष:
कंप्यूटर विभिन्न उद्देश्यों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं और प्रत्येक प्रकार की अपनी अलग विशेषताएँ होती हैं। सुपर कंप्यूटर वैज्ञानिक अनुसंधान में मदद करते हैं, मेनफ्रेम बड़े डेटा प्रोसेसिंग के लिए उपयोग किए जाते हैं, मिनी कंप्यूटर छोटे संगठनों के लिए उपयुक्त होते हैं, जबकि माइक्रो कंप्यूटर आमतौर पर व्यक्तिगत उपयोग के लिए बनाए जाते हैं।JMA Education के इस लेख में हमने कंप्यूटर के विभिन्न प्रकारों को विस्तार से समझा। जैसे-जैसे तकनीक आगे बढ़ रही है, कंप्यूटर भी अधिक शक्तिशाली और उन्नत होते जा रहे हैं।
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